कानपुर नगर, शहर में बढते वायु प्रदूषण की जांच कराने के लिए आईआईटी के सहयोग से शहर में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मोबाइल एयर सैमलर लगाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शहर केे पांच स्थानों को चिन्हित कर लिया है। इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड द्वारा आईआईटी को 1.2 करोड रू0 की राशि का भी भुगतान कर दिया गया है।
बढते प्रदूषण के कारण मानव शरीर पर बुरा असर डालने वाली गैसो के साथ वायु प्रदूषण की जांच के लिए आईआईटी कानपुर के सिविल इंजीनियरिंग विभाग ा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ करार हुआ है। इस प्रोजेक्टर में सिविल इंजीनियरिंग विभाग हानिकारक गैसों और वायु प्रदूषण की जांच करेगा। इस प्रोजेक्ट के लिए 1.2 के भुगतान के साथ ही आईआईटी कानपुर की पांच जगहो को चिन्हित कर वहां जहरीली गैसों की जांच करेगा। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया गया कि शहर में जिन स्थानों को इस प्रोजेक्ट के लिए चिन्हित किया गया है उनमें स रामादेवी, विकास नगर, नवीन मार्केट तथा पनकी को केंद्र बनाया गया है। बताया गया कि इन एयर सैंपलर के द्वारा हानिकारक गैसों के उत्सर्जन, पटाखों और केमिकलयुक्त धुऐं से होने वाले आखों पर प्रभाव तथा आखों के न दिखने वाले नैनो पार्टिकल्स के आकार तथा संख्या का पता लगाया जायेगा। बतातें चले कि दिल्ली के बाद उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मानक से कहीं ज्यादा प्रदूषण है जिसमें कानपुर आगे है। इस प्रोजेक्ट के बाद वायु में प्रदूषण तथा हानिकारक गैसों का पता लगाया जायेगा।